Sunday, July 19, 2009

ज़िन्दगी ...

कहते हैं
ज़िन्दगी उस कश्ती की मानिंद होती है जो समंदर के बीच में लाखों तूफानी लहरों के थपेडे खाने के बाद भी साहिल पर आने में कामयाब होती है ...

8 comments:

  1. हाँ आपने बिलकुल सही कहा
    देखना एक दिन मेरी कश्ती भी किनारे पर खड़ी होगी

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  2. सकारात्मक सोच ...

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  3. शायद इसी को जीजिविषा कहते है.
    सुन्दर अभिव्यक्ति

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  4. Har kisi ke jeevan me sangharsh aate hain. kuch doobte to kuch paar ho jaate hain... apki soch bahut sakaratmak hai.

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